
४० लाख उत्तर भारतीयों के सहारे बीएमसी चुनाव की वैतन्नी को पार करेगी कांग्रेस
४० लाख उत्तर भारतीयों के सहारे बीएमसी चुनाव की वैतन्नी को पार करेगी कांग्रेस
मुंबई। सत्ता पाने के लिए राजनीतिक पार्टियां अपना कोई भी तुरुप का पत्ता बाकी नहीं छोड़ना चाहती हैं। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि मुंबई में रह रहे उत्तर भारतीय समाज को कोई भी राजनीतिक पार्टी दरकिनार नहीं कर सकती है, क्योंकि बगैर उनके किसी भी चुनाव की वैतन्नी पार नहीं कर पाएंगे। इसी को देखते हुए बीएमसी चुनाव से पहले उत्तर भारतीय समाज को अपने साथ जोड़ने के लिए मुंबई कांग्रेस ने बीते मंगलवार को उत्तर भारतीय पंचायत शुरू करने का ऐलान किया। मुंबई कांग्रेस मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में अध्यक्ष भाई जगताप ने इसकी घोषणा की। इस मौके पर मुंबई कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष चरण सिंह सपरा, मुंबई कांग्रेस के कोषाध्यक्ष भूषण पाटील, महासचिव संदेश कोंडविलकर, मुंबई युवा कांग्रेस अध्यक्ष विधायक जीशान सिद्दीकी, युवा नेता सूरज सिंह ठाकुर, मुंबई कांग्रेस उपाध्यक्ष गणेश यादव, डॉ. सत्येंद्र अभिराम सिंह आदि गणमान्य उपस्थित थे। इस दौरान अध्यक्ष भाई जगताप ने कहा कि उत्तर भारतीय पंचायत के माध्यम से हम मुंबई के ३६ विधानसभा क्षेत्रों में, हर एक वार्ड में उत्तर भारतीय समुदाय के मुद्दों और समस्याओं को सुनेंगे और उनका निराकरण करेंगे। हम मुंबई के हर वार्ड में उत्तर भारतीय पंचायत के कार्यक्रम आयोजित करेंगे। इसी के साथ फिर हिंदी भाषा भवन पर कार्य करने की बात उन्होंने कही।
गौरतलब हो कि मुंबई में उत्तर भारतीय समाज का वोट हासिल करने के लिए तकरीबन सभी राजनीतिक पार्टियां जोर लगा रही हैं। जानकारों की मानें तो मुंबई में बीएमसी की २२७ सीटों में से तकरीबन १२० ऐसी सीटें हैं, जहां उत्तर भारतीयों के बल पर बीएमसी चुनाव में जीत दर्ज की जा सकती है। इसलिए भाजपा और कांग्रेस के अलावा शिवसेना भी मुंबई में उत्तर भारतीय वोट बैंक को साधने की फिराक में हैं। भाजपा ने पहले ही मुंबई के उत्तर भारतीय नेताओं पूर्व गृह राज्यमंत्री कृपाशंकर सिंह, राजहंस सिंह, पूर्व विधायक रमेश सिंह ठाकुर, उदय प्रताप सिंह सहित कई लोगों को पार्टी में शामिल कर बाजी मार ली है। दूसरी तरफ मुंबई में अगले साल फरवरी महीने में बीएमसी चुनाव होने हैं। इसके लिए मुंबई के तकरीबन ४० लाख उत्तर भारतीयों को अपने पाले में लाने के लिए भाजपा ने छह महीने पहले से ही कांग्रेस से भाजपा में आए पूर्व विधायक राजहंस सिंह के नेतृत्व में उत्तर भारतीय चौपाल शुरू किया है।