
पालघर
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना में पालघर जिले ने मारी बाजी,हासिल किया सौ प्रतिशत लक्ष्य
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना में पालघर जिले ने मारी बाजी,हासिल किया सौ प्रतिशत लक्ष्य
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना में पालघर जिले ने मारी बाजी,हासिल किया सौ प्रतिशत लक्ष्य
गर्भवती होने वाली महिलाओं के बेहतर स्वास्थ्य,देखभाल और पोषण के लिए पूरे देश में चलाई जा रही भारत सरकार की महात्वाकांक्षी प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना में पालघर ने शानदार प्रदर्शन किया है। अधिकारियों ने बताया कि इस योजना के तहत अब तक जिले की 65 हजार 58 महिलाओं के खाते में 29 करोड़ 55 लाख 33 हजार रुपये जमा करा दिए गये हैं। इस योजना के तहत लक्ष्य को सौ प्रतिशत हासिल कर लिया गया। पालघर जिले के लिए जनवरी 2017 से मार्च 2022 तक लक्ष्य 71 हजार 467 लाभार्थी के पंजीकरण का था। इसमें से नवंबर के पहले सप्ताह में ही 72 हजार 93 लाभार्थियों का पंजीकरण हुआ है। साथ ही उनके खाते में 29 करोड़ रुपये से ज्यादा जमा हो चुके हैं। जिले के ग्रामीण क्षेत्रों,जव्हार ,तलासरी,विक्रमगढ़ सहित वसई तालुकों ने लक्ष्य का 100% हासिल कर लिया है और स्वास्थ्य विभाग द्वारा शेष तीन तालुकों के लक्ष्य को मार्च तक पूरा करने के प्रयास किए जा रहे हैं। वसई विरार नगर निगम में इस योजना के तहत लक्ष्य का 91 प्रतिशत हासिल कर लिया गया है। इस योजना का लाभ लेने के लिए लाभार्थी काआधार कार्ड, पति का आधार कार्ड, माँ का आधार से जुड़ा बैंक खाता या पोस्ट बैंक खाता, माँ और बच्चे की देखभाल कार्ड का सत्यापन और जन्म पंजीकरण प्रमाण पत्र अनिवार्य है।
तालुका - लाभार्थी - प्रतिशत
दहानू - 9031 - 101.7%
जव्हार - 3848 - 121.3%
मोखाड़ा - 1800 - 96.3%
पालघर - 11152 - 91.8%
तलासरी - 4154 - 117.7%
वसई - 4226 - 463.2%
विक्रमगढ़ - 3292 - 108.7%
वाडा - 3735 - 93.1%
वसई विरार नगर निगम - 30876 - 91.0%
कुल - 72114 - 100.9%
मातृवंदना योजना गर्भवती महिलाओं के लिए लाभकारी और प्रभावी योजना है। लक्ष्य प्राप्त कर लिया गया है, लेकिन हम इस योजना के तहत अधिक जरूरतमंद महिलाओं को समायोजित करके लाभान्वित करने का प्रयास जारी रखेंगे। गर्भवती महिलाओं को भी आगे आकर योजना का लाभ उठाना चाहिए।
डॉक्टर दयानंद सूर्यवंशी-जिला स्वास्थ्य अधिकारी पालघर
क्या है प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना और इसके लाभ
वर्ष 2017 में शुरू हुई इस योजना के तहत पंजीकरण के साथ ही गर्भवती महिला को प्रथम किश्त के रूप में 1000 रुपये दिए जाते हैं। प्रसव पूर्व कम से कम एक जांच होने और गर्भावस्था के छह माह बाद दूसरी किश्त के रूप में 2000 रुपये और बच्चे के जन्म का पंजीकरण होने और बच्चे के प्रथम चक्र का टीकाकरण पूरा होने पर धात्री महिला को तीसरी किश्त के रूप में 2000 रुपये दिए जाते हैं।यह सभी भुगतान गर्भवती के बैंक खाते में ही किये जाते हैं।
वर्ष 2017 में शुरू हुई इस योजना के तहत पंजीकरण के साथ ही गर्भवती महिला को प्रथम किश्त के रूप में 1000 रुपये दिए जाते हैं। प्रसव पूर्व कम से कम एक जांच होने और गर्भावस्था के छह माह बाद दूसरी किश्त के रूप में 2000 रुपये और बच्चे के जन्म का पंजीकरण होने और बच्चे के प्रथम चक्र का टीकाकरण पूरा होने पर धात्री महिला को तीसरी किश्त के रूप में 2000 रुपये दिए जाते हैं।यह सभी भुगतान गर्भवती के बैंक खाते में ही किये जाते हैं।