
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मुंबई में दो युद्धपोतों को किया लॉन्च
मुंबई । रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मुंबई के मझगांव डॉक पर स्वदेश निर्मित दो युद्धपोतों "सूरत" और "उदयगिरी" का जलावतरण किया "मेड इन इंडिया" कांसेप्ट पर निर्मित युद्धपोत INS सूरत (यार्ड 12707) और INS उदयगिरी (यार्ड 12652)को मुंबई के मझगांव बंदरगाह को लॉन्च किया गया। इससे नेवी की ताकत दुगनी होने वाली है। दोनों की लॉन्चिंग के बाद रक्षामंत्री ने कहा, "उदयगिरि" और "सूरत" के सफल प्रक्षेपण के बाद, इसमें कोई संदेह नहीं है कि हम न केवल भारत के लिए बल्कि दुनिया के लिए भी जहाज निर्माण करेंगे। हम न केवल "मेक-इन-इंडिया" बल्कि "मेक-फॉर-वर्ल्ड" का भी लक्ष्य रखेंगे। उन्होंने कहा कि इससे नौसेना के आयुध भंडार की शक्ति बढ़ेगी और दुनिया के सामने भारत की रणनीतिक क्षमता प्रदर्शित होगी. मझगांव डॉक लिमिटेड (MDL) ने एक बयान में बताया कि पहली बार स्वदेश निर्मित दो युद्धपोतों का एक साथ जलावतरण किया गया है। दोनों युद्धपोतों को नौसेना डिजाइन निदेशालय ने अपने यहां डिजाइन किया है और एमडीएल, मुंबई में इनका निर्माण किया गया है. एमडीएल, जलपोत एवं पनडुब्बी निर्माण करने वाली सार्वजनिक क्षेत्र की प्रमुख रक्षा कंपनी है। इससे पहले नेवी की ओर से बताया गया है कि इन वॉरशिप्स के लाॉन्च के दिन देश स्वदेशी युद्धपोत निर्माण के इतिहास में एक ऐतिहासिक घटना का गवाह बनेगा। दोनों ही युद्धपोत का डिजाइन नौसेना के नेवल डिजाइन निदेशालय ने तैयार किया है।
इंडियन नेवी के मुताबिक, सूरत का एक समृद्ध समुद्री जहाज निर्माण इतिहास है। 16वीं शताब्दी से लेकर 18वीं सदी तक सूरत को जहाज निर्माण में एक अग्रणी शहर माना जाता था। यहां बने जहाज 100-100 साल तक समदंर में ऑपरेशनल रहते थे।यही वजह है कि युद्धपोत उदयगिरी का नाम आंध्र प्रदेश में एक पर्वत श्रृंखला के नाम पर दिया गया है। यह प्रोजेक्ट 17A का तीसरा फ्रिगेट है। "उदयगिरी" घातक हथियारों, सेंसर, टेक्नोलॉजी और नए प्लेटफॉर्म मैनेजमेंट में सुधार कर निर्मित किया गया है। ज्ञात हो कि15B और P17A के तहत दोनों युद्धपोत को देश में ही डिजाइन और निर्माण किया गया है। इसके साथ ही इसमें 75% उपकरण व सिस्टम स्वदेशी यूज किए गए हैं।